
पिछले सोमवार की सुबह एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिसने पूरे गांव को हैरान कर दिया। यह घटना उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के एक छोटे से गांव बेलभरिया में घटी। गांव वालों का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन में ऐसा दृश्य पहले कभी नहीं देखा था।
सुबह करीब 6 बजे गांव के बाहर एक खेत में हल्की बारिश हो रही थी। तभी अचानक एक भारी आवाज आई और लोग खेत की ओर दौड़ पड़े। वहां जाकर उन्होंने देखा कि एक सफेद-धुंधली सी चीज़ जमीन पर पड़ी है। कुछ ने तो इसे बर्फ का ढेर समझा, लेकिन जब पास जाकर देखा गया, तो सब दंग रह गए। यह किसी बादल जैसा ही कुछ था जो नीचे आ गिरा था।
क्या सच में बादल जमीन पर गिर गया?
वैज्ञानिक तौर पर देखें तो बादल आकाश में जलवाष्प से बनते हैं। लेकिन जब हवा में नमी ज्यादा होती है और तापमान अचानक बदलता है, तो ऐसा भ्रम हो सकता है कि बादल जमीन पर आ गया हो। विशेषज्ञों के अनुसार, यह घटना लो क्लाउड फॉर्मेशन या फॉग बबल हो सकती है। यानी बादल जैसा एक घना कोहरा हवा में बहुत नीचे बनता है और जमीन पर टिक जाता है।
गांव वालों की प्रतिक्रिया
गांव के बुजुर्ग रामधनी यादव ने कहा, “हमने तो सुना था कि भगवान का कोई संदेश ऐसे ही आता है। हमने पूजा भी की। ये बादल नहीं कोई संकेत है।” वहीं गांव की महिलाओं ने उस धुंध पर फूल चढ़ाए और मन्नतें मांगीं।
बच्चों के लिए तो यह किसी चमत्कार से कम नहीं था। कई बच्चों ने उसके पास जाकर हाथ लगाया, तो उन्हें ठंडक का एहसास हुआ। गांव के प्रधान ने प्रशासन को सूचना दी। मौके पर तहसीलदार और मौसम विभाग की टीम पहुंची।
वैज्ञानिकों की राय
सीतापुर मौसम विभाग के अधिकारी डॉ. अजय राणा ने बताया कि यह घटना पूरी तरह से प्राकृतिक है। उन्होंने कहा, “यह बादल नहीं बल्कि एक बहुत घना कोहरा या जलवाष्प की परत थी जो जमीन के पास आकर जम गई थी।” उन्होंने गांव वालों से घबराने की जरूरत नहीं बताई।
सोशल मीडिया पर वायरल
इस घटना की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं। लोग इसे “गिरा हुआ बादल” बता रहे हैं। ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर #BadalZameenPar ट्रेंड कर रहा है।